ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा

दरभंगा :- नगर निगम दरभंगा के पार्षद एवं पार्षद प्रतिनिधियों ने प्रमंडलीय पार्षद महासंघ के अध्यक्ष, वार्ड 13 के पार्षद राजीव कुमार जी के नेतृत्व में नगर आयुक्त राकेश गुप्ता से मुलाकात कर अपना मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र सौंपने वालों में वार्ड 17 पार्षद विकाश कुमार,वार्ड 48 पार्षद सुभाष गुप्ता,वार्ड 19 पार्षद रवि रोहन,वार्ड 35 पार्षद प्रतिनिधि संतोष ठाकुर,वार्ड 22 पार्षद प्रतिनिधि अरुण शर्मा,वार्ड 8 पार्षद प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार राय, वार्ड 20 पार्षद प्रतिनिधि डॉ जमाल हसन, वार्ड 23 पार्षद प्रतिनिधि लक्ष्मण चौधरी,वार्ड 40 पार्षद प्रतिनिधि अविनाश साहनी सहित कई लोग मौजूद थे। इस मांग पत्र में 13 जनवरी 2025 को आयोजित बोर्ड की बैठक में पार्षदों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर नगर निगम प्रशासन की ओर से उचित जवाब न देने को लेकर नाराजगी जताई गई। पार्षद राजीव कुमार ने कहा कि मांग पत्र में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि 13 जनवरी 2025 को हुई बोर्ड की बैठक में नियम संगत रूप से पूरे सदन ने नगर निगम के आय-व्यय एवं जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी देने की मांग की थी। पार्षदों ने यह अपेक्षा की थी कि नगर निगम प्रशासन उन्हें वित्तीय वर्ष के खर्चों, आगामी विकास कार्यों, नगर निगम की योजनाओं और अन्य जनहित से जुड़े मुद्दों की पूरी जानकारी देगा।

पार्षद प्रतिनिधि लक्ष्मण चौधरी ने कहा कि बैठक की प्रोसिडिंग में इन महत्वपूर्ण मांगों की कोई चर्चा नहीं की गई, जिससे पार्षदों में गहरा असंतोष है। पार्षदों का कहना है कि यह नगर निगम प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर संदेह उत्पन्न करता है। पार्षद प्रतिनिधि डॉ जमाल हसन ने स्पष्ट शब्दों में नगर आयुक्त को चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के भीतर इन मांगों की सही जानकारी सभी पार्षदों को नहीं दी गई, तो नगर निगम के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेता और बोर्ड की बैठक में पार्षदों की उठाई गई चिंताओं का संतोषजनक जवाब नहीं देता। पार्षद रवि रोहन ने नगर निगम प्रशासन की उदासीनता पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि पार्षद जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं, जो जनता की समस्याओं को निगम के समक्ष रखते हैं। लेकिन जब नगर निगम ही उनकी मांगों को नजरअंदाज करेगा, तो आम जनता की समस्याओं का समाधान कैसे संभव होगा? पार्षदों ने आरोप लगाया कि प्रशासन पारदर्शिता और जवाबदेही से बच रहा है, जिससे शहर के विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं। पार्षद सुभाष गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे नगर निगम मुख्यालय पर धरना देंगे। इसके लिए सभी वार्डों के पार्षदों को एकजुट किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पार्षद इस आंदोलन में भाग ले सकें। तालाबंदी और धरना प्रदर्शन के जरिए नगर निगम प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा कि वह पार्षदों को वित्तीय और प्रशासनिक गतिविधियों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *