80 वर्षीय राजगीर यादव के आकस्मिक निधन पर भोलू यादव के घर सांत्वना एवं श्रद्धांजलि देने वालों का लगा ताता

मो अली अशरफ फातमी, अब्दुल बारी सिद्धकी व ललित कुमार यादव ने दुःख व्यक्त करते हुए दिया सांत्वना व श्रद्धांजलि

स्वर्गीय राजगीर यादव परिश्रमी, मधुरभाषी एवं मिलनसार सामाजिक व्यक्ति, जो सादा याद आते रहेंगे- डा चौरसिया

स्थानीय बेलादुल्ला दरभंगा निवासी समाजसेवी प्रेमचन्द्र यादव उर्फ गोलू यादव के 80 वर्षीय पिता राजगीर यादव के आकस्मिक निधन पर उनके घर सांत्वना एवं श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। ज्ञातव्य है कि भोलू यादव के पिता राजगीर यादव का 8 अगस्त को रात्रि में आकस्मिक निधन हो गया, जिसकी खबर फैलते ही बेलादुल्ला निवासियों सहित अन्य जगहों से अनेकानेक व्यक्ति आज प्रातः काल से ही उनके घर सांत्वना एवं श्रद्धांजलि देने हेतु पहुंचने लगे, जिनमें उमेश राय, गोविंद यादव, शंकर यादव, राकेश नायक, सचिन राम, पंकज यादव, विमलेश यादव, डा शंकर चौधरी, डा अविनाश कुमार, डा आर एन चौरसिया, मानेश्वरनाथ, डा विधानचंद्र चौधरी, मनोज कुमार मल्लिक, राकेश कुमार झा, अमरनाथ साह, नंद किशोर ठाकुर, मुकेश कुमार झा, रंजीत पासवान, प्रभाष चंद्र झा, राजकुमार साह, पवन कुमार, प्रवीण कुमार, मो कफील, एआज खान, राम नरेश यादव, मोहन यादव, गोविंद झा, विनयचन्द्र झा, गंगा यादव, अशोक ठाकुर, बैजू महतो, रामनरेश यादव, चन्द्र मोहन झा, रामप्रीत यादव, उमेश सिंह, राजू साफी आदि के नाम शामिल हैं।

स्वर्गीय राजगीर यादव अपने पीछे पुत्र- पुत्रवधू, बेटी- दामाद, पोते- पोतियाँ एवं नाती- नतनियों से भरे- पूरे परिवार को छोड़ गए। उनका दाह- संस्कार मंगलवार पूर्वाह्न गौसाघाट, दरभंगा स्थित कमला नदी के किनारे हिन्दू रीति- रिवाज से किया गया। मुखाग्नि उनके सुपुत्र प्रेम चंद्र यादव उर्फ भोलू यादव ने प्रदान की। भोलू यादव के पिता के दिवंगत होने की खबर पाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री मो अली अशरफ फातमी, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्धकी तथा दरभंगा ग्रामीण के विधायक ललित कुमार यादव ने दूरभाष पर दुःख व्यक्त करते हुए सांत्वना प्रदान की और शीघ्र ही बेलादुल्ला आकर परिवार से मिलने की बात कही।बेलादुल्ला निवासी एवं


सी एम कॉलेज के प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया ने अपने शोक संवेदना में कहा कि स्वर्गीय राजगीर यादव परिश्रमी, मधुरभाषी एवं मिलनसार सामाजिक व्यक्ति थे, जिनकी यादें सदा आती रहेंगी। उनके गुणों को धारण कर भोलू यादव भी एक बड़े सामाजिक व्यक्ति की तरह निरंतर समाजसेवा एवं सामाजिक समस्याओं के निदान में अपनी गहरी रुचि दिखा रहे हैं। डा चौरसिया ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को परम शांति एवं उनके परिवार जनों को दुःख की इस घड़ी को सहने की क्षमता प्रदान करें। बेलादुल्ला निवासी एवं विज्ञान शिक्षक डा अविनाश कुमार ने कहा कि स्वर्गीय राजगीर यादव का देहांत बिना किसी अधिक कष्ट के सुखमृत्यु की तरह हुआ है। इससे उनके परिवारजनों को भी अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा हूं। इनके साथ ही समस्त बेलादुल्लावासी एवं भोलू यादव के परिचितों एवं संबंधियों ने भी अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें दुःख की इस घड़ी में साथ होने का एहसास दिला रहे हैं

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